Shrilanka me Dange kyu ho rahe hain: श्रीलंका में हर तरफ दंगे हो रहे हैं। उसकी बर्बादी की चर्चा दुनियाभर में हो रही है। जरूरत की सभी वस्तुओं जैसे भोजन, दवाएं, पेट्रोल आदि काफी महंगी हो गए हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति देश छोड़कर जा चुके हैं। जनता बेहद गुस्से में है।
दुनिया भर के लोगों में सिर्फ यही सवाल है कि आखिर किस वजह से नीले समुद्र के बीच हरे पेड़ पौधों से सजा यह खूबसूरत देश बर्बाद कैसे हो गया? किस वजह से श्रीलंका में दंगे हो रहे हैं?
बता दें कि कुछ साल पहले श्रीलंका को वैश्विक पर्यटन के लिए जाना जाता था। लेकिन श्रीलंका के साथ कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी जिसकी वजह से श्रीलंका आर्थिक रूप से बर्बाद हो गया। इसी के परिणामस्वरूप वहां पर दंगे हो रहे हैं। आज हम अपने इस पोस्ट में जानेंगे कि आखिर श्रीलंका में दंगे क्यों हो रहे हैं?
श्रीलंका में दंगे क्यों हो रहे हैं?
भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका इस समय तमाम चुनौतियों से जूझ रहा है। जनता बगावत कर चुकी है। राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के घरों पर जनता की भीड़ ने कब्जा कर लिया है। देशभर में अराजकता का माहौल फैल गया है। किसी को नहीं पता है कि अधिकारी कहां है या नेता कहां है?
श्रीलंका की मौजूदा आर्थिक संकट (Shrilanka me Dange kyu ho rahe hain) में राजनीतिक संकट को बढ़ा दिया है। श्रीलंका में बीते महीनों में आर्थिक संकट देखने को मिला। जिसके परिणाम स्वरूप जनता उग्र हो गई और हिंसक प्रदर्शन करने लगी। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर भी कब्जा जमा लिया था।
अब सवाल उठता है कि श्रीलंका की हालत कैसे हुई? इसके पहले हमें आज आने देकर श्रीलंका के हालात कैसे हैं? श्रीलंका के हालात श्रीलंका की आबादी 22 करोड़ है। इस देश को 1948 में आजादी मिली। तब से लेकर अब तक के अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। खाने पीने के सामान और दवाइयां जैसे बेहद बुनियादी चीजें यह तो बहुत महंगी हो गई हैं या फिर उपलब्ध ही नहीं है। यहां तक कि लोगों के पास खाने पीने का सामान भी नहीं है।
हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। देश कि इस आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लोगों का गुस्सा इस कदर बढ़ गया है कि वह सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। स्थिति को बिगड़ते देख कर स्कूलों को भी बंद करना पड़ गया। सभी आवश्यक जरूरतों की पहुंच को सीमित कर दिया गया है। पेट्रोल, डीजल की कमी की वजह से बहुत से मरीज अस्पताल भी नहीं पहुंच पा रहे। खाने की कीमतें काफी बढ़ गई है।
ट्रेनों की संख्या को कम कर दिया गया है। मजबूरी में लोग ट्रेन के डिब्बे के ऊपर बैठकर यात्रा कर रहे हैं। आये दिन पुलिस और लोगों के बीच झड़प होती रहती है। इसके पीछे कई कारण है। जैसे :
चीन से बढ़ती नजदीकी –
साल 2015 में महिंदा राजपक्षे की सरकार आने के बाद चीन और श्रीलंका के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। चीन ने इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर श्रीलंका को काफी ज्यादा कर्जा दे दिया। बताया जाता है कि श्रीलंका के मौजूदा आर्थिक संकट (Shrilanka me Dange kyu ho rahe hain) की सबसे बड़ी वजह चीन ही है।
बढ़ता कर्ज –
श्रीलंका पर लगातार विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है। श्रीलंका के केंद्रीय बैंक के अनुसार साल 2010 में चीन पर 21 अरब डॉलर का कर्ज था जो 2016 में बढ़कर 46.6 अरब डालर के आंकड़े को पार कर गया। मौजूदा समय में श्रीलंका पर 51 अरब डालर से भी ज्यादा कर्जा बना हुआ है।
विदेशी मुद्रा भंडार का घटना –
विदेशों से ज्यादा कर्जा लेने और कम कमाई के चलते श्रीलंका में विदेशी मुद्रा का भंडार तेजी से घटने लगा। साल 2018 में श्रीलंका के पास में काफ़ी विदेशी मुद्रा भंडार मौजूद था। लेकिन यह वर्ष 2022 तक घटकर 1.7 अरब डालर तक पहुंच गया। जिसके परिणाम स्वरूप श्रीलंका की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी।
पर्यटन –
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर रही है। कोरोनावायरस महामारी के प्रसार में पर्यटन पर बुरा असर डाला। बता दें कि श्रीलंका की जीडीपी में पर्यटन और उससे जुड़े क्षेत्रों की हिस्सेदारी 10% के आसपास है कोरोनावायरस के प्रसार से विदेशी पर्यटकों का आवागमन बंद हो गया। जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार कमी आने लगी और धीरे-धीरे आर्थिक स्थितियां बदतर बनाने लगी।
खेती से जुड़े नियम –
श्रीलंका की बर्बादी का एक प्रमुख कारण खेती से जुड़े नियम में परिवर्तन करना भी रहा है l। श्रीलंका ने अपने हर रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल के स्थान पर ऑर्गेनिक खेती को बढ़ा देना प्रारंभ कर दिया था। ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के चलते चावल की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। जिसके फलस्वरूप रोजमर्रा की वस्तुएं कम होने लगी और महंगाई तेजी से बढ़ने लगी।
भ्रष्टाचार –
श्रीलंका पिछले लगभग एक दशक से विकास के नाम पर भारत, जापान, चीन जैसे देशों से अरबो डालर कर्ज ले रखा है। लेकिन श्रीलंका ने इस कर्ज की धनराशि को विकास पर सही ढंग से खर्च नहीं किया। ज्यादातर धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। यह भी काफी हद तक श्रीलंका में आर्थिक संकट (Shrilanka me Dange kyu ho rahe hain) बढ़ाने का काम की।
धन का कुप्रबंधन –
विभिन्न अर्थशास्त्र का कहना है कि श्रीलंका के आर्थिक संकट की वजह उसकी कई घरेलू वजह रही है। साथ ही भ्रष्टाचार और धन का कुप्रबंधन भी इसके लिए जिम्मेदार है। राजपक्षे परिवार ने सरकारी खजाने का गलत इस्तेमाल किया और उसे लूटने का काम किया। स्वयं अरबों की संपत्ति विदेशों में जमा कर ली। काफी हद तक इस ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है।
दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि हमारी यह पोस्ट ( Shrilanka me Dange kyu ho rahe hain) जरूर पसंद आई होगी। अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई तो इसे अपनी दोस्तों के साथ भी शेयर करें।